सफलता का मंत्र

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 सफलता का मंत्र



पाठ:


निखिल स्कूल में पढ़ता था। वह बहुत बुद्धिमान लडका था। लेकिन आलसी था। खेल-कूद में ही अपना समय बिताता था। 

एक दिन शिक्षक ने निखिल को बहुत डाँटा । उसे बहुत बुरा लगा। वह घर आया। कमरे में जाकर बहुत रोया। रोते रोते वहीं सो गया।

उसने एक सपना देखा। सपने में एक सुन्दर परी आयी। उसके पंख रंग-बिरंगे थे। वह निकिल की ओर देखती रही। फिर उसने निखिल के सिर पर हाथ रखा। 

निखिल ज़ोर ज़ोर से रोने लगा। परी ने उससे कहा ," निखिल, ऐसे नहीं रोते बताओ क्या बात है? उसने कहा ,"मुझे कोई डाँटता है तो बहुत बुरा लगता है, मैं क्या करूँ ?"

परी ने कहा, "तुम चिंता मत करो। में जैसे कहूँ तुम वैसे ही करो। फिर तुम्हें कोई नहीं डाँटेगा। इसके बाद कान कहा, मेहनत करो सफल बनो।' यह कहकर परी चली गयी।

जब निखिल सोकर उठा तो परी के शब्द उसके कानों में गूंजने लगे। "मेहनत करो सफल बनो। मेहनत करो सफल बनो। " 

परी के मंत्र का उसके मन पर गहरा असर पड़ा। वह मेहनत करने लगा। धीरे-धीरे वह कक्षा का सबसे होशियार लड़का बन गया।


पाठ का सारांश:

इस कहानी में हमें निखिल नामक एक बुद्धिमान लड़के के जीवन की कहानी दिखाई गई है। वह बहुत ही बुद्धिमान और अच्छे विद्यार्थी था, लेकिन उसे आलसीता की समस्या थी। वह खेल-कूद में ज्यादा समय बिताने में रुचि रखता था, और इस कारण उसका अध्ययन पर ध्यान नहीं जाता था।


एक दिन, उसके शिक्षक ने उसे बहुत डांटा, जिससे उसे बहुत दुख हुआ। वह अपने घर वापस आया और अपने कमरे में बहुत रोया। रोते रोते वह सो गया, और उस रात को उसने एक सपना देखा।


उस सपने में एक सुन्दर परी आई, जिसके पंख रंग-बिरंगे थे। परी ने उसे देखा और उसके पास आकर उसके शीशे पर हाथ रखा। निखिल बहुत ज़ोर ज़ोर से रोने लगा। परी ने उससे पूछा, "निखिल, ऐसे क्यों रोते हो, बताओ क्या बात है?" निखिल ने कहा, "मुझे कोई डांटता है तो बहुत बुरा लगता है, मैं क्या करूँ?"


परी ने उसे बताया, "तुम चिंता मत करो। जब भी आपको कोई डांटे तो आप उसे बिल्कुल उसी तरीके से करें जैसे कि मैंने कहा है। और फिर आपको कोई नहीं डांटेगा।" इसके बाद परी ने कहा, "मेहनत करो सफल बनो।" इस कहानी के द्वारा हमें यह संदेश मिलता है कि अगर हम मेहनत करते हैं और समर्पण से प्रयास करते हैं, तो हम सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।


नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:-

1) निखिल अपना समय कैसे बिताता था?

उत्तर: निखिल बुद्धिमान था लेकिन खेल-कूद में ही अपना समय बिताता था।


2) निखिल क्यों रो रहा था?

उत्तर: एक दिन शिक्षक ने निखिल को बहुत डाँटा और उसे बहुत बुरा लगा, इसलिए वह रो रहा था।


3) निखिल ने सपने में क्या देखा?

उत्तर: निखिल ने सपने में एक सुंदर परी को देखा, जिसके पंख रंग-बिरंगे थे।


4) परी ने निखिल को कौन सा मंत्र बताया?

उत्तर: परी ने निखिल को "मेहनत करो सफल बनो" यह मंत्र बताया।

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